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कुछ पंक्तियां इस ब्लॉग के बारे में :

प्रिय पाठक,
हिन्दी के प्रथम ट्रेवल फ़ोटोग्राफ़ी ब्लॉग पर आपका स्वागत है.….
ऐसा नहीं है कि हिन्दी में अच्छे ब्लॉग लिखने वालों की कमी है। हिन्दी में लोग एक से एक बेहतरीन ब्लॉग्स लिख रहे हैं। पर एक चीज़ की कमी अक्सर खलती है। जहां ब्लॉग पर अच्छा कन्टेन्ट है वहां एक अच्छी क्वालिटी की तस्वीर नहीं मिलती और जिन ब्लॉग्स पर अच्छी तस्वीरें होती हैं वहां कन्टेन्ट उतना अच्छा नहीं होता। मैं साहित्यकार के अलावा एक ट्रेवल राइटर और फोटोग्राफर हूँ। मैंने अपने इस ब्लॉग के ज़रिये इस दूरी को पाटने का प्रयास किया है। मेरा यह ब्लॉग हिन्दी का प्रथम ट्रेवल फ़ोटोग्राफ़ी ब्लॉग है। जहाँ आपको मिलेगी भारत के कुछ अनछुए पहलुओं, अनदेखे स्थानों की सविस्तार जानकारी और उन स्थानों से जुड़ी कुछ बेहतरीन तस्वीरें।
उम्मीद है, आप को मेरा यह प्रयास पसंद आएगा। आपकी प्रतिक्रियाओं की मुझे प्रतीक्षा रहेगी।
आपके कमेन्ट मुझे इस ब्लॉग को और बेहतर बनाने की प्रेरणा देंगे।

मंगल मृदुल कामनाओं सहित
आपकी हमसफ़र आपकी दोस्त

डा० कायनात क़ाज़ी

Tuesday, 9 August 2016

अगस्त में क्यों जाएं जयपुर?

 

अगस्त में क्यों जाएं जयपुर?

वैसे तो दोस्तों जयपुर इतनी सुन्दर जगह है कि किसी भी माह में जाया जा सकता है। लेकिन अगस्त माह है कुछ ख़ास। इस गुलाबी शहर का तिलिस्म हम भारतीयों के अलावा विदेशियों पर भी ख़ूब असर दिखाता है और वह दूर दराज़ से रॉयल राजस्थान की इस गुलाबी नगरी को देखने खिंचे चले आते हैं।

यहाँ मई जून और जुलाई में भयंकर गर्मी पड़ती है और इस समय रंगों से सजे इस शहर के उल्लास में थोड़ी कमी आ जाती है। लेकिन जैसे ही सावन शुरू होता है तो पूरा शहर बारिश की फुहार से सराबोर हो जाता है और फिर आता है त्यौहार तीज का।

Teej Festival-Jaipur-KaynatKazi Photography-2016 (4 of 12)

तीज क्यों है ख़ास?

पूरे उत्तर भारत में मनाया जाए वाला यह पर्व पौराणिक महत्त्व रखता है। इसे “श्रावणी तीज”, “हरियाली तीज” तथा “कजली तीज” भी कहते हैं। जिस दिन तीज मनाई जाती है वह श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया होनी चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इसी दिन देवी पार्वती ने सौ वर्षों की कठोर तपस्या के बाद भगवान शिव को पाया था, इसीलिए विवाहित महिलाऐं इस पर्व को विशेष स्नेह से मानती हैं।

तीज सही मायनों में महिलाओं का त्यौहार है, सावन के झूलों का त्यौहार, सुन्दर सूंदर कलाइयों में मेहँदी रचाने का त्यौहार है। सावन के गीतों और कजरी का त्यौहार।

KK-Teej-Jaipur-Kaynat Kazi Photography-2

जयपुर में तीज का पर्व बड़े जोश के साथ मनाया जाता है। पूरा नगर तीज माता की अगवाई में सजाया जाता है।

जयपुर में तीज के पर्व को मानसून के स्वागत के रूप में भी मनाया जाता है। तीज के लिए महिलाऐं विशेष रूप से तैयारी करती हैं। जयपुर में महिलाऐं गुलाबी रंग की लहरिया साड़ी पहनती हैं और गोटे पट्टे से सजी परंपरागत राजस्थानी ओढनी पहनती हैं।

Hina application-Teej festival-Jaipur-Kaynat Kazi Photography-2

जयपुर के बाज़ारों में साड़ियों-चूडियों, श्रंगार की वस्तुओं,  और हलवाई की दुकानें सज जाती हैं। इस पर्व पर एक विशेष प्रकार की मिठाई बनती है जिसे घेवर कहते हैं। घेवर जयपुर की खास मिठाई है। तीज और गणगौर के अवसर पर ही यह मिठाई बाजारों में देखने को मिलती है। जहाँ आम लोग मेहँदी लगाकर और सावन के गीत गाकर यह पर्व मनाते हैं वहीँ जयपुर का राजपरिवार तीज माता की भव्य सवारी निकाल कर यह पर्व परंपरागत रूप से मनाता है जिसे देखने पूरा शहर उमड़ पड़ता है।

Hina application-2-Teej festival-Jaipur-Kaynat Kazi Photography

सिटी पैलेस स्थित चंद्रमहल में तीज माता की सवारी को सजाया जाता है। इसी दिन तीज माता की चांदी से बनी मूर्ति और सवारी को राज महल से बाहर निकाला जाता है। आप अगर इस तैयारी को देखना चाहते हैं दोपहर में सिटी पैलेस पहुँच जाएं। हर साल राज पुरोहित द्वारा तीज माता की सवारी के निकलने का मुहूर्त निकाला जाता है और उसी समय पर तीज माता का जुलूस निकाला जाता है जिसकी अगुवाई राज घराने के घ्वज के निशान का हाथी करता है।

[caption id="attachment_7678" align="aligncenter" width="1401"]Teej Festival-Jaipur-KaynatKazi Photography-2016 (8 of 12) Painted elephant@Tripoliya Gate,Teej Fastival, Jaipur[/caption]

इस हाथी को विशेष रूप से सजाया जाता है। उसके पीछे सुसज्जित हाथी, बैलगाड़ियाँ व रथ इस जुलूस को अत्यन्त ही मनोहारी बना देते हैं। राजस्थान के दूर दराज़ के इलाक़ो से आए लोक नृतक अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं। करतबसाज करतब दिखाते हैं, लोकनर्तक राजस्थानी की संस्कृति को नृत्य में प्रस्तुत करते हुए चलते हैं। यह जुलुस त्रिपोलिया गेट से निकल त्रिपोलिया बाजार और चौड़ारास्ता से होता हुआ स्टेडियम पहुँचता है। तीज माता की शाही सवारी देखते बनती है।

[caption id="attachment_7680" align="aligncenter" width="1401"]Teej Festival-Jaipur-KaynatKazi Photography-2016 (6 of 12) Folk Dancers@Teej Fastival, Jaipur[/caption]

 

[caption id="attachment_7681" align="aligncenter" width="1401"]Teej Festival-Jaipur-KaynatKazi Photography-2016 (5 of 12) Procession@Teej Fastival, Jaipur[/caption]

 

[caption id="attachment_7682" align="aligncenter" width="1401"]Teej Festival-Jaipur-KaynatKazi Photography-2016 (10 of 12) Woman in Pink Lahariya @Teej Fastival, Jaipur[/caption]

 

[caption id="attachment_7683" align="aligncenter" width="1024"]Teej Mata Sawari-Teej in main market-Jaipur-Kaynat Kazi Photography Teej Mata Sawari @Teej Fastival, Jaipur[/caption]

ट्रेवल टिप्स:

  • तीज माता सवारी की तैयारी को देखने थोड़ा पहले सिटी पैलेस जाएं।

  • त्रिपोलिया गेट के अहाते में लोक नृतक, करतबसाज और हाथियों को सजाने वाले जुलूस के लिए तैयार हो रहे होते हैं। एक चक्कर लगा कर उनकी हलचल भी देखी जा सकती है।


फोटोग्राफी टिप्स:

  • त्रिपोलिया गेट के ठीक सामने सड़क के बीचों बीच ट्रैफिक पुलिस के स्टैंड पर अपनी जगह पकड़ ले। यहीं से अच्छे शॉट्स मिलते हैं।

  • भीड़ के बीच जाने से बचें।

  • तीज माता की सवारी बड़ी जल्दी जल्दी निकलती है इसलिए पहले से शॉट्स प्लान करें।

  • त्रिपोलिया बाजार की छतों पर भी आसानी से जाया जा सकता है वहां से जुलूस का वाइड ऐंगल शॉट अच्छा मिलता है।

  • और हाँ लैंस बदलने के चक्कर में न पढ़ें वरना एक्शन मिस करजाएंगे।

  • 24-105 ज़ूम लेंस अच्छी रेंज दे देगा।


[caption id="attachment_7684" align="aligncenter" width="1024"]Kaynat Kazi-Teej festival-Jaipur-Kaynat Kazi Photography-2 Kaynat Kazi@Teej Fastival, Jaipur[/caption]

 

 

 

 

5 comments:

  1. Thanks to all of you for your kind thoughts and wishes! I apologize for not listing all my blog buddies by name – Kei and MTdob – you both deserve special mention and kudos for your support too. NeeNee – if I ever get out (down?) your way, I so want to visit your store!!!And super welcome to Annie, lurker buddy and new commenter. I’ll make a blogger out of you one of these days :-).Cake, ice cream, and presents for ev!dybory!e!!

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  2. I recently had the pleasure of attending Julie Ann’s “Laughter is the Best Medicine” prtnoneaties. Julie Ann was warm, funny and totally engaging. She had a room full of adults on their feet performing laughter exercises and thoroughly enjoying themselves. I felt the after effects for days, and I smile now just thinking of it! Thanks Julie Ann – I needed that!490 days ago

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  3. Hi Shawnee! It would be great to have you at the ranch for Dakota Blonde next September! They are an AWESOME group and very ennietainrtg as well! We had a great season with many wonderful guests and hard working staff. A little down time is nice but we will be ready to start gearing up for another fun summer!Thank you for all the comments you leave Shawnee! It means a lot!Have a great day!Kody

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  4. That's not just logic. That's really senibsle.

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